सारंगढ़-बिलाईगढ़ – ग्राम बैगीनडीह वासिंदों की बेबस आंसुओं से भरी नजरें टिकी – छल,द्वेष, दंम्ब, पाखंड, झूठ, अन्याय से कोसो दूर विचारधारा के कर्तव्य परायण,निष्ठावान सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के कलेक्टर डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी पर। मामला जिला-सारंगढ़ बिलाईगढ़ से जुड़ा हुआ है, जहां कलेक्टर महोदया के पास जन दर्शन में आया एक ऐसा आवेदन पत्र जिसमें ग्राम वासियों ने साफ-साफ उल्लेखित किया है कि अगर चुनाव से पहले उनके ग्राम की सड़क नहीं बनाई गई तो वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे। वजह ऐसा की मौजूदा सरकार और भ्रष्ट नेताओं की पोल खोलती है, गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले नेताओं के झूठे वादे का नतीजा है कि इस गांव में आज तक सड़क नहीं बन पाई है, झूठे वादे करने वाले इन बेशर्म नेताओं की वजह से गांव के बच्चे कीचड़ भरे रास्ते से स्कूल जाने को मजबूर हैं, यहां के मरीजों को हॉस्पिटल ले जाने में भी परेशानी होती है ,इन भ्रष्ट नेताओं की वजह से, यहां के ग्राम वासियों को झूठे वादे करने वाले इन गिरगिट नेताओं की वजह से गर्भवती महिलाओं को उचित समय में हॉस्पिटल नहीं पहुंचा जा सकता है।
ग्राम वासियों ने अपने आवेदन में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया है कि शासन प्रशासन को इस समस्या के विषय में कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन शासन प्रशासन में बैठे भ्रष्ट कर्मचारियों की कान तक यह बात पहुंचती कहां है ग्रामवासी आवेदन देते देते थक चुके हैं और अधिकारी कर्मचारी अंधे हो गए हैं, सड़क की समस्या से परेशान होकर ग्राम वासियों ने चुनाव से पहले पक्की सड़क निर्माण की बात रखी है नहीं तो समस्त ग्राम वासियों के द्वारा चुनाव का बहिष्कार करेगी।
बात यहां पर खत्म नहीं होती की ग्राम वासियों ने चुनाव का बहिष्कार किया है भारत देश आज आजादी की 77वीं सालगिरह मना रहा है। आज दुनिया चांद तक पहुंच चुकी है,और बड़ी ही विडंबना की बात है की सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम- बैगीनडीह, ग्राम पंचायत सहजपाली बरमकेला में आज तक सड़क नहीं बन पाई है।
आगे क्या होगा इस आवेदन के पश्चात हम बताते हैं आपको भ्रष्ट, बेशर्म, झूठे नेताओं के कान खड़े हो जाएंगे, वोट की लालच में गिड़गिड़ाते गांव में जाएंगे हाथ जोड़कर वोट की भीख मांगेंगे, लोगों को झूठा आश्वासन देंगे एक नहीं कई पार्टियों के भ्रष्ट नेता जाएंगे और लोगों को उनकी समस्या से निजात दिलाने की झूठी दलीलें पेश करेंगे, यहां तक की गरीब लोगों की मल-मूत्र को भी साफ करने को तैयार हो जाएंगे, परंतु यह सिर्फ वोट मांगने तक ही अपने आंसू बहेंगे वोट मिलने के बाद गांव वालों को कौन पूछता है, यह भ्रष्ट नेता जीतने के बाद गांव की हालत तो दूर गांव का नाम तक भूल जाते हैं, ऐसे नेताओं से जनता को बच कर रहना चाहिए उनके मगरमच्छ के आंसुओं में ग्रामीणों को नहीं डूबना चाहिए। अब आगे देखना यह लाजमी है कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के निष्ठावान कर्मठ स्वच्छ विचारधारा के मौजूदा कलेक्टर डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी इस विषय को कितनी गंभीरता से लेतीं है।