खबर सचतक रायगढ़ : आज दिनांक 31.10.2023 के सुबह करीब 6:00 बजे कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रायगढ़ रेलवे स्टेशन के बाहर मोटर स्टैंड के सामने एक व्यक्ति ट्रॉली वाले बैग में गांजा रख कर गांजा बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा है। सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव उपाध्याय को प्राप्त होने पर तत्काल प्रशिक्षु डीएसपी अमन लखीसरानी, नगर कोतवाल शनिप रात्रे के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस की टीम बनाकर गांजा रेड कार्यवाही के लिये रवाना किया गया । रेल्वे स्टेशन के दोनों ओर कोतवाली स्टाफ संदेही की घेराबंदी करते हुए मोटर स्टैंड के सामने चबूतरा के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को घर दबोचा गया जो एक चाकलेटी कलर के ट्रॉली बैग रखे हुआ था जिससे अवैध रूप से गांजा विक्रय के संबंध में कड़ी पूछताछ करने पर संदेही ने अपना नाम, पता और प्रयोजन बताया। संदेही
ने अपना नाम सागर राजाराम उमाशरे पिता राजाराम उमाशरे उम्र 30 साल निवासी थाना व चिपलुन जिला रत्नागिरी (महाराष्ट्र) का होना बताकर और गांजा को विक्रय करने रेल्वे स्टेशन के बाहर ग्राहक तलाश करना बताया । पुलिस ने गवाहों के समक्ष ट्राली बैग की तलाशी ली जिसमें एक-एक किलो वाले 10 गांजा के पैकेट, वजन 10 किलो गांजा, कीमत करीब 1,20,000 रुपए का बरामद हुआ जिसकी विधिवत जप्ती कर आरोपी सागर राजाराम उमाशरे को थाने लाया गया । थाना कोतवाली में आरोपी के विरुद्ध 20 बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है । पुलिस अब इस बात की तफ्तीश में जुट गई है कि आरोपी गांजा कहां से लेकर आ रहा था और कहां ले जा रहा था।
बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार द्वारा सभी थाना, चौकी प्रभारी को अवैध शराब, गांजा पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं जिसके तारतम्य में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस लगातार अवैध शराब पर कार्यवाही कर रही है । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा व नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर गांजा रेड कार्यवाही में प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक अमन लखीसरानी, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे, सहायक उप निरीक्षक इगेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक श्री राम साहू, आरक्षक जगमोहन ओग्रे, उत्तम सारथी, धनीराम सिदार की अहम भूमिका रही है । रेल्वे स्टेशन के बाहर आरोपी की घेराबंदी में आरपीएफ प्रभारी एवं उनके स्टाफ का भी विशेष योगदान रहा है।