जांच में बैहामुड़ा राशन दुकान में खाद्यान्न गबन ,अनियमितता आई सामने।
सचिव,सरपंच व विक्रेता के।खिलाफ FIR एवं वसूली प्रस्तावित।
घरघोड़ा। हेरा फेरी और कालाबाजारी के मास्टर माइंड जिंदा लोगों के साथ साथ मृत व्यक्ति तक के सरकारी राशन में हेर फेर से बाज नही आ रहे । कलेक्टर रायगढ़ को ग्राम पंचायत बैहामुड़ा (घरघोड़ा) के ग्रामीणों द्वारा शिकायत के बाद गठित जांच टीम के द्वारा जांच के दौरान इस मामले का खुलासा हुआ ।
दरअसल ग्राम पंचायत बैहामुड़ा में स्थित शासकीय राशन दुकान का संचालन ग्राम पंचायत द्वारा ही किया जाता है जहां राशन वितरण एवं उसकी एंट्री का काम सचिव अशोक चौहान एवं विक्रेता गजानंद पटेल द्वारा किया जाता है ।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद जाँच के लिए पहुंची टीम ने पाया कि स्वर्गीय साधमोती की मृत्यु के बाद 6 माह तक उसके नाम से राशन का उठाव किया जाता रहा । इसके साथ माहवार राशन का वितरण न करना और एंट्री में राशन का वितरण दिखाना जैसी कई गड़बड़ियाँ जांच टीम के समक्ष उजागर हुई । जांच टीम ने अनियमितताओ का बिंदुवार रिपोर्ट बनाकर अपने अभिमत के साथ जांच रिपोर्ट अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा को सौंप दी है
जांच टीम ने वसूली और FIR को कहा,ग्रामीणों ने की त्वरित एक्शन की मांग।
जांच टीम द्वारा बैहामुड़ा पंचायत में जांच उपरांत राशन दुकान में खाद्यान्न गबन व अनियमितता पर अपनी जांच रिपोर्ट में सरपंच नृपत सिंह राठिया,सचिव अशोक चौहान एवं विक्रेता गजानंद पटेल पर अनियमितता के लिए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने एवं खाद्यान्न गबन की लगभग 5 लाख 20 हजार की राशि की वसूली प्रस्तावित की है ।
जांच रिपोर्ट के सप्ताह भर बाद भी इस विषय पर कार्यवाही को लेकर प्रशासन के सुस्त रवैये को भांपते हुए बैहमुड़ा के जागरूक ग्रामीणों ने कलेक्टर रायगढ़ को पत्र सौंप कर जांच टीम द्वारा प्रस्तावित कार्यवाही को त्वरित रूप से करने व अन्य मामलों की सूक्ष्म जांच करवाने की मांग की है ।
विदित हो कि बैहमुड़ा के जागरूक ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के विरुध्द मुहिम छेड़ कर शिकायत,धरना किया गया था जिसके बाद परत दर परत भ्रष्टाचार के मामले खुलते जा रहे हैं।