खबर सचतक घरघोड़ा– जिले में भस्टाचार के मामले में नम्बर एक कहलाने वाले घरघोड़ा नगर पंचायत अब टेंडर में सेटिंग के खेल सुर्खियों में है ।बताया जा रहा है कि घरघोड़ा नगर पंचायत में मुख्यमन्त्री घोषणा के अनुरूप स्वीकृत कार्यो के लिये निकाले गये निविदा में 11 ठेकेदारों द्वारा निविदा हेतु आवेदन दिया गया था जिसमे कुछ जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार व उनके करबियो द्वारा भाग लिया गया था बताया जाता है कि पांच ठेकेदारों के आवेदन को कमी होने के कारण निरस्त करने से हड़कम्प मच गया फिर आनन फानन सत्ता और विपक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधि ओर नेताओ ने आनन फानन में आपसी सहमति बना कर निविदा प्रपत्र हेतु राशि जमा कराई गई जो कि नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
टेंडर लेने पक्ष और विपक्ष एक जुट
यह चुनावी वर्ष है सत्ताधारी और विपक्ष दोनो चुनावी मोड़ में आ गये है एक दूसरे को स्थानीय स्तर पर भी कोसने और जनता की नजर में एक दूसरे को गिराने कही नही चूक रहे है। एक दूसरे को फूटी आँख पसंद नही करते लेकिन जैसे ही बात स्वयं की आर्थिक लाभ की होती है, सभी एक दूसरे से कंधा मिलाते चल रहे है ओर आपसी राजीनामा मे कार्यो का बंटवारा किया जा रहा है।
ऐसे होती है सेटिंग का खेल
टेण्डर के खेल में सेटिंग का खेल ऐसा खेला जाता है आवेदन पत्र देते समय सभी कार्यो का आवेदन शुल्क 100 ,100 रुपये दे कर जमा किया जाता है फिर आपसी राजीनामा कर कार्यो को आपस मे बाट लिया जाता है और निविदा प्रपत्र की राशि को मिले कार्य के हिसाब से जमा किया जाता है तीन तीन लोग का फार्म भर कर कार्य लिया जाता है इस खेल में शासन को लाखों रुपये की आर्थिक नुकसान के साथ साथ निकाय के राजस्व में भी नुकसान उठाना पड़ता है देखना होगा कि सत्ता और विपक्ष की मिलीभगत के चक्रव्यूह को तोड़ पाते है कि नही।